जनप्रतिनिधियों को आम नागरिक की खुली चुनौती: “क्या आप हमारे सवालों का सामना करने के लिए तैयार हैं।

जनप्रतिनिधियों को आम नागरिक की खुली चुनौती: “क्या आप हमारे सवालों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
बलरामपुर-रामानुजगंज, छत्तीसगढ़।
जिले के सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्र पत्रकार अमानत भगत सिंह ने जिले के सभी जनप्रतिनिधियों को शोसल मीडिया के माध्यम से एक खुली अपील और चुनौती दी है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे राजनीति से ऊपर उठकर जिले की जमीनी समस्याओं पर आम नागरिकों से सिर्फ एक घंटे की बातचीत के लिए समय निकालें।
अमानत भगतसिंह ने इस सार्वजनिक अपील में तीन मुख्य मुद्दों को उठाया है, जिन पर वे जनप्रतिनिधियों से खुली चर्चा चाहते हैं:
1. शिक्षा व्यवस्था का गिरता स्तर
2. स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति
3. रोज़गार की कमी और युवाओं का लगातार भटकाव
अमानत का कहना है कि यह पहल किसी राजनीतिक विरोध का हिस्सा नहीं है, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में उनकी यह कोशिश है कि जिले के भविष्य से जुड़े गंभीर सवालों पर सीधी बात हो।
> “हम किसी पर आरोप लगाने नहीं, बल्कि समाधान खोजने के लिए संवाद करना चाहते हैं,” अमानत ने स्पष्ट किया।
“हम सिर्फ जानना चाहते हैं—क्या हमारे प्रतिनिधियों के पास जिले को बेहतर बनाने का कोई स्पष्ट विज़न है ?” क्या आपके पास हमारे जिले के लिए कोई दृढ़ इच्छाशक्ति और स्पष्ट रोडमैप है ? क्या आप सचमुच हमारे जिले को एक बेहतर दिशा में ले जाना चाहते हैं ?
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि जनप्रतिनिधि सच में अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें इस आमंत्रण को स्वीकार कर जनता के सामने अपनी नीतियों और कार्ययोजनाओं को रखने से संकोच नहीं होना चाहिए।
इस अपील के साथ अमानत ने उम्मीद जताई है कि जिले के नेता इसे एक सार्थक पहल के रूप में स्वीकार करेंगे और जनता से सीधा संवाद कर विश्वास कायम करेंगे।
“आपका एक घंटा हमें रास्ता दिखा सकता है, और शायद एक बड़े बदलाव की शुरुआत भी बन सकता है,”
यह अपील अब सोशल मीडिया और जनसमूहों में तेजी से वायरल हो रही है और आम लोगों में भी चर्चा का विषय बन गई है कि क्या उनके नेता इस चुनौती को स्वीकार करेंगे।