इनऑपरेटिव बैंक खातों को सक्रिय करने 12 दिसंबर को सेजेस सक्ती में लगेगा शिविर ।

इनऑपरेटिव बैंक खातों को सक्रिय करने 12 दिसंबर को सेजेस सक्ती में लगेगा शिविर सक्ति, 10 दिसंबर 2025 // कलेक्टर श्री अमृत विकास तोपनो के निर्देशानुसार जिले में इनऑपरेटिव एवं डीफ सरकारी बैंक खातों को पुनः सक्रिय करने हेतु 12 दिसंबर 2025 को सुबह 10:30 बजे से स्वामी आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सक्ती में विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा शिविर में ऐसे खाताधारक और शासकीय विभाग, कार्यालय व अधीनस्थ संस्थाओ से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की गई है, जिनके बैंक खाते लंबे समय से निष्क्रिय हैं। खाताधारकों से आग्रह किया गया है कि वे अपने निष्क्रिय खाते से संबंधित सभी दस्तावेज़ और विवरण साथ लेकर शिविर में पहुँचें, ताकि उनके खाते सक्रिय किए जा सकें। कलेक्टर श्री तोपनो ने सभी शासकीय विभागों को निर्देशित किया है कि वे अपने इनऑपरेटिव एवं डीफ खातों को शिविर में।पहुंचकर अपडेट एवं सक्रिय कराएं। साथ ही जो योजनाएं संचालित नहीं है, उनमें बची हुई राशि को शासकीय कोष में जमा कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके साथ ही कलेक्टर ने अग्रणी बैंक प्रबंधक व शाखा प्रबंधक, नोडल अधिकारी को बैंक शाखाओं में स्टैंडी, प्रमुख स्थानों पर बैनर लगाकर बैंक खाताधारकों के लिए शिविर आयोजन की तिथि और स्थान की जानकारी का जमीनी स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार कर सुव्यवस्थित रूप से शिविर का आयोजन कराए जाने के निर्देश दिए जिससे इसका लाभ संबंधितों को मिल सके। गौरतलब है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के नियमों के अनुसार यदि कोई खाता 10 वर्ष तक निष्क्रिय रहता है, तो उसमें जमा राशि जमाकर्ता शिक्षा एवं जागरूकता निधि में जमा हो जाती है। ऐसे खातों को दावा आवेदन, केवाईसी और आवश्यक दस्तावेज बैंक में जमा कर पुनः सक्रिय किया जा सकता है। देशभर में बिना दावे वाली वित्तीय संपत्तियों को उनके असली मालिकों को लौटाने के लिए यह एक राष्ट्रव्यापी पहल है जिसके तहत “आपकी पूँजी, आपका अधिकार अभियान शुरू की गई है । जिसके तहत शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य बिना दावे वाली वित्तीय संपत्तियों जैसे निष्क्रिय बैंक खाते, परिपक्व बीमा पॉलिसियों और भूली हुई म्यूचुअल फंड होल्डिंग को पुनः प्राप्त करने में मदद करना है। यह अभियान 3A रणनीति पर केंद्रित है, जागरुकता (Awareness), पहुँच (Accessibility) और कार्रवाई (Action) ताकि खाताधारक आसानी से अपना पैसा पा सके और उसका दावा कर सकें। इसमें वित्तीय सेवा विभाग (DFS) द्वारा समन्वित बैंकों, बीमा कंपनियों और स्टॉक एक्सचेंजों सहित कई संस्थान शामिल है। कलेक्टर ने सभी जिलेवासियों और शासकीय विभागों से अपील की है कि वे इस शिविर का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।